…तो सिंधिया होते मध्य प्रदेश के और पायलट होते राजस्थान के मुख्यमंत्री
कांग्रेस नेता राहुल गांधी को पार्टी की कमान देने की आवाज समय-समय पर देती रहती है. इस बार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरिश रावत ने मांग की है कि राहुल गांधी को पार्टी का अध्यक्ष पद दिया जाना चाहिए. न्यूज एजेंसी ‘पीटीआई-भाषा’ से बात करते हुए उन्होंने ये बात कही. उन्होंने कई मुद्दों पर बात किया.
ज्योतिरादित्य सिंधिया के पार्टी छोड़ने और सचिन पायलट की बगावत के संदर्भ में उन्होंने कहा कि अगर ये युवा नेता कुछ वर्षों तक संयम का परिचय देते तो मुख्यमंत्री पद इनसे दूर नहीं था. रावत ने से कहा कि भाजपा में जाने वाले किसी व्यक्ति की मुख्यमंत्री बनने की अकांक्षा पूरी नहीं होने जा रही है. इन्हें वो स्थान, महत्व और अवसर नहीं मिलने जा रहा है जो कांग्रेस में मिल रहा था.
रावत के मुताबिक, मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया को अगले दो-तीन साल में मुख्यमंत्री बनने से कोई ताकत नहीं रोक सकती थी, क्योंकि कमलनाथ और दिग्विजय सिंह उम्र के जिस पड़ाव में थे, उसमें सिंधिया के लिए संयम ही उनके लिए मुख्यमंत्री पद लेकर आता. उन्होंने कहा कि यही चीज सचिन पायलट पर लागू होती है. यदि सचिन आज संयम रख जाते हैं तो उनके उज्ज्वल भविष्य को भी कोई नहीं रोक सकता था.
उल्लेखनीय है कि इस साल कुछ महीनों के भीतर कांग्रेस को दो बड़े युवा नेताओं ज्योतिरादित्य सिंधिया और सचिन पायलट से बड़ा झटका लगा. सिंधिया मार्च महीने में पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए तो पायलट ने हाल ही में राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के खिलाफ बगावत कर दी.