हम उस देश में रहते हैं
धर्मनिरपेक्ष संस्कृति जहाँ की, बोली भाषा है अनेक
हम उस देश में रहते हैं|
एक ईश्वर के अनंत रूपों का, होता जहां सम्मान
हम उस देश में रहते हैं|
धर्म पंथ से परे जो देश की आजादी के लिए हुए कुर्बान
हम उस देश में रहते हैं|
देश की आजादी के खातिर जहां बहनो ने किया गहनों का दान,
हम उस देश में रहते हैं|
जहां धरती और नदियों को भी है सम्मान माँ का,
हम उस देश में रहते हैं|
जहाँ ज्ञान धन शक्ति हर रूप में स्त्री का होता है सम्मान ,
हम उस देश में रहते हैं|
अफ़सोस जहाँ बेटों को रात्रि विचरण और बेटियों को मिला घर का कैद,
हम उस देश में रहते हैं|
अफ़सोस जहां बेटों की गलती की सजा बेटियों को दी जाती है,
हम उस देश में रहते हैं|
धर्म ईश्वर के नाम पर जहां की बँट गई जमीं
हम उस देश में रहते हैं|
आज भी लोग राष्ट्र के दुकड़े करने की रचते जहां साजिश
हम उस देश में रहते हैं |
आज भी लोग जहां खुदा, राम के नाम पर फैलाते नफरत
हम उस देश में रहते है|
कहने को बातें तो बहोत हैं , पर समझने वाला नहीं कोई
हम उस देश में रहते हैं|
सदाचार सहिष्णुता पहचान है जिस माटी की
हम उस देश में रहते हैं |