Jharkhand Lockdown : झारखंड में क्या-क्या रहेगा बंद, जानें यहां
झारखंड लॉकडाउन : आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक संपन्न हो गई है. ACS अरुण कुमार सिंह की 75 % सुझावों को प्राधिकार ने मान लिया है. सीएम हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में बैठक हुई.
झारखंड में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर हेमंत सरकार ने नाइट कर्फ्यू लागू करने का निर्णय नहीं लिया है. इसके अलावा भी झारखंड में कई पाबंदियां लगायी गयी हैं. आपदा प्रबंधन की बैठक में तय किया गया है कि राज्य में स्टेडियम, पार्क, जिम, स्वीमिंग पूल, पर्यटक स्थल अगले आदेश तक बंद रहेंगे.
बैठक में शिक्षण संस्थान अगले आदेश तक बंद रखने का निर्णय लिया गया. साथ ही 50 फीसदी क्षमता के साथ प्रशासनिक कार्य कर सकेंगे. मॉल, रेस्टोरेंट, बैंक्वेट हॉल अपनी क्षमता के आधे पर काम करेंगे या अधिकतम 100 लोगों को शामिल किया जा सकेगा.
दुकानों की बात करें तो ये रात 8 बजे तक खुली रहेंगी. दवा, बार रेस्टोरेंट पहले की तरह खुली रहेंगी.
जानें क्या होगी पाबंदियां
1. नाइट कर्फ्यू फिलहाल नहीं लगेगा
2. शिक्षण अगले आदेश तक रहेंगे बंद
3. मॉल, रेस्टोरेंट और बैंक्वेट हॉल केपिसिटी के हिसाब से 50 फीसदी के साथ खुलेंगे.
4. बाजार रात 8 बजे तक खुले रहेंगे.
5. दवाई, बार और रेस्टोरेंट अपने तय समय तक चालू रहेंगे.
6.सरकारी और निजी संस्थान 50 फीसदी मैन पावर के साथ चलेंगे.
7. कार्यालयों में बायोमिट्रिक एटेंडेंस पर रोक रहेगी.
8. शादी, पार्टी और अंतिम संस्कार में कम लोगों को जुटाने का निर्देश दिया गया है.
9. शादी विवाह और अंत्येष्टि में अधिकत्तम 100 लोग या क्षमता का 50% लोग ही शामिल हो सकेंगे.
10. सभी धार्मिक स्थल पूर्व की तरह खुले रहेंगे. इस पर आज की बैठक में कोई फैसला नहीं लिया गया है.
नोट : यह व्यवस्था आगामी 15 जनवरी, 2022 तक लागू रहेगी.
नाईट कर्फ्यू पर कोई निर्णय बैठक में नहीं
आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि फिलहाल नाईट कर्फ्यू पर कोई निर्णय बैठक में नहीं लिया गया है. उन्होंने कहा कि हम सबों के लिए कोरोना का बढता संक्रमण चिंता का विषय है. कोरोना की बढ़ती क्षमता को देखते हुए सरकार ने निर्णय लिया है.
यहां चर्चा कर दें कि झारखंड में कोरोना संक्रमण के नियंत्रण को लेकर मुख्यमंत्री सोरेन ने विभिन्न विभागों से सुझाव मांगा था. इसके आलोक में स्वास्थ्य विभाग ने 16 बिंदुओं पर अपना सुझाव आपदा प्रबंधन प्राधिकार को भेजने का काम किया था. इस सुझाव में जहां नाइट कर्फ्यू लगाने की सिफारिश की गयी थी, वहीं स्कूल, कॉलेज के साथ अन्य शिक्षण संस्थानों को बंद करने समेत अन्य सुझाव भी दिये थे.