मोदी और योगी की शरण में चाचा शिवपाल यादव !
क्या भतीजे अखिलेश यादव को नाराज समाजवादी नेता शिवपाल सिंह यादव फिर सबक सिखाने वाले हैं. दरअसल ऐसा इसलिए कहस जा रहा है क्योंकि चाचा शिवपाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पूर्व उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा को ट्विटर पर फॉलो करना शुरू कर दिया. इससे उनके भाजपा के करीब आने की अटकलों को और बल मिला है.
राजनीतिक हलकों में इस नये कदम को प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के प्रमुख शिवपाल यादव के सपा के नेतृत्व वाले गठबंधन को छोड़कर भाजपा में जाने की दिशा में एक और कदम के रूप में राजनीति के जानकार देख रहे हैं. सपा के नेतृत्व वाले गठबंधन में तनाव की खबरों के बीच शिवपाल यादव द्वारा हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद अटकलों को बल मिला था.
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो शिवपाल यादव और अखिलेश यादव के बीच दूरियां तब से बढ़ रही हैं जब शिवपाल को 26 मार्च को नव निर्वाचित सपा विधायकों की बैठक में आमंत्रित नहीं किया गया था. शिवपाल यादव प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के प्रमुख हैं, लेकिन उन्होंने सपा के साइकिल चिह्न पर हाल ही में संपन्न विधानसभा का चुनाव लड़ा था. वह सोमवार को अखिलेश यादव द्वारा बुलाई गई विपक्षी गठबंधन की बैठक में शामिल नहीं हुए थे और एक विधायक के रूप में शपथ लेने में “देरी” की थी.
नई विधानसभा में ऐसी अटकले लगायी जा रही हैं कि “चाचा-भतीजा” के बीच सब कुछ ठीक नहीं है. शिवपाल यादव यदि पाला बदलते है तो कई लोगों को आश्चर्य नहीं होगा क्योंकि कई मौकों पर अखिलेश ने खुद अपने चाचा पर आदित्यनाथ के संपर्क में रहने और भगवा पार्टी के प्रति नरम रुख अपनाने का आरोप लगाया है. राजनीतिक गलियारों में इस बात के कयास लगाये जा रहे हैं कि भाजपा शिवपाल को राज्यसभा भेज सकती है और जसवंतनगर सीट उनके बेटे आदित्य यादव को दे सकती है.
आपको बता दें कि इस बार शिवपाल सपा के चुनाव चिह्न पर अपनी पारंपरिक जसवंतनगर सीट से छठी बार जीते हैं.