भारत से कोरोना अभी गया नहीं है, जानें मांडविया ने क्या कहा
देश में कोरोना का खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है. स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने मंगलवार को कोरोना वायरस के ‘एक्सई’ स्वरूप के बारे में आशंकाओं को दूर करने का प्रयास किया और कहा कि यह ओमीक्रोन का एक और प्रकार है. उन्होंने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है.
स्वास्थ्य मंत्री ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जहां तक 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए वैक्सीनेशन की शुरुआत की बात है तो यह निर्णय विशेषज्ञों को करना है. हालांकि उन्होंने कहा कि बहुत कम देशों ने इस आयु समूह के बच्चों के लिए वैक्सीनेशन शुरू किया है.
कोविड वैक्सीन की बुस्टर डोज की कीमत 225 रुपये करने के सरकार के फैसले के बारे में एक सवाल पर मांडविया ने कहा कि यह अधिकतम शुल्क है और भविष्य में प्रतिस्पर्धा बढ़ने से यह और भी कम हो सकता है क्योंकि और भी वैक्सीन विनिर्माता बाजार में आएंगे. सरकारी केंद्रों पर 60 साल से कम उम्र के लोगों के लिए बूस्टर डोज निशुल्क उपलब्ध कराई जा रही है लेकिन अन्य आयु समूह के लोगों को निजी अस्पतालों या केंद्रों में तीसरा डोज लेना होगा.
आगे मांडविया ने कहा कि कोविड-19 के हालात नियंत्रण में हैं, वहीं सरकार इस पर लगातार नजर रख रही है और राज्यों को उसी हिसाब से सलाह दे रही है. उन्होंने यह भी कहा कि महामारी अभी पूरी तरह समाप्त नहीं हुई है, इसलिए सभी को सावधानी बरतने की जरूरत है. हम कल का पूर्वानुमान नहीं लगा सकते हैं. वायरस का ‘एक्सई’ स्वरूप ओमीक्रोन के दो उप-स्वरूपों बीए.1 और बीए.2 का संयोजन या पुन: संयोजन है.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि देश की 97 प्रतिशत से अधिक पात्र जनसंख्या को वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है और 85 प्रतिशत को दोनों डोज लग चुकी हैं. उन्होंने कहा कि इससे ओमीक्रोन से आई तीसरी लहर की गंभीरता को कम करने में बहुत मदद मिली जिसने कई देशों में काफी असर डाला.