Bihar Election 2020 : रूठे दोस्त रघुवंश को मना लेंगे राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ?
दिल्ली एम्स के आइसीयू में भर्ती राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ रघुवंश प्रसाद सिंह ने गुरुवार को पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद को पत्र लिख इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया जिसके बाद से बिहार की राजनीति गरमा गई है. उनके दशकों पुराने मित्र और राजद प्रमुख उन्हें मनाने का प्रयास कर रहे हैं.
डायरी के एक पेज पर राजद सुप्रीमो को संबोधित करते हुए 74 वर्षीय रघुवंश प्रसाद सिंह ने दो टूक लिखा -‘‘ जननायक कर्पूरी ठाकुर के निधन के बाद 32 वर्ष तक आपके पीठ पीछे खड़ा रहा, लेकिन अब नहीं. पार्टी, नेता, कार्यकर्ता और आम जन बड़ा स्नेह दिया, मुझे क्षमा करें.’’ पूरा खत उन्होंने सिग्नेचर शैली में लिखा है. लिहाजा पार्टी ने मान लिया कि यह उन्हीं के हाथ से लिखा हुआ खत है.
इधर इसके जवाब में चारा घोटाले में सजा काट रहे लालू प्रसाद ने भी उन्हें पत्र लिख कर कहा है कि वह कहीं नहीं जा रहे हैं. इस पर मिल-बैठ कर चर्चा करेंगे. उल्लेखनीय है कि वैशाली के पूर्व सांसद रामा सिंह की पार्टी में इंट्री की चर्चा के बीच रघुवंश ने 23 जून को पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था. हालांकि, राजद सुप्रीमो ने उनके इस्तीफे को स्वीकार नहीं किया. लालू प्रसाद ने खुद फोन लगाकर कई बार चर्चा की. तेजस्वी प्रसाद ने भी दिल्ली एम्स में जाकर उनसे मुलाकात की थी.
राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक इन सबके बावजूद रामा सिंह की इंट्री के मामले से पार्टी ने खुद को किनारा भी नहीं किया. यही नहीं, पार्टी के कुछ नेताओं की तरफ से यही संकेत दिये गये कि अभी रामा सिंह के आने पर पूर्ण विराम नहीं लगा है. लिहाजा पांच बार के सांसद डॉ रघुवंश ने पार्टी से किनारा करना ही उचित समझा.
अचानक सहायक को बुलाया और लिख दी चिट्ठी : अचानक उन्होंने अपने सहायक से कहा कि कागज लेकर आओ, कुछ लिखना है. आनन-फानन में उन्हें डायरी का एक पेज लाकर दिया गया. पेन मांगा और एक घंटे से अधिक सोच कर भी करवट लिये लेटे-लेटे केवल चार लाइन लिखीं. कोरोना निगेटिव होने के बाद भी खांसी उनका पीछा नहीं छोड़ रही है. वह लगातार एम्स में भर्ती हैं. वह फेफड़े की बीमारी का इलाज करा रहे हैं. दिल्ली एम्स के आइसीयू से लालू प्रसाद को लिखा कि 32 वर्ष तक आपकी पीठ के पीछे खड़ा रहा, लेकिन अब नहीं…
लालू प्रसाद ने क्या लिखा पत्र में: रघुवंश प्रसाद सिंह को लालू प्रसाद ने पत्र लिख कर चार दशकों से साथ काम करने की याद दिलायी है. लिखा है कि मैं, मेरा परिवार व पूरा राजद परिवार आपको स्वस्थ हो कर अपने बीच देखना चाहता है. चार दशकों से हमने हर राजनीतिक, सामाजिक यहां तक की पारिवारिक मामले में मिल बैठक कर विचार किया है. आप जल्द स्वस्थ हों, फिर बैठकर बात करेंगे. आप कहीं नहीं जा रहे हैं, समय दीजिए.