Jagannath Rath Yatra 2022: क्या आप जानते हैं क्यों निकाली जाती है रथ यात्रा, धार्मिक महत्व, मान्यताएं और इतिहास
Jagannath Rath Yatra 2022 : भगवान जगन्नाथ की बात करें तो वे हिंदू देवता भगवान विष्णु के अवतार रूप हैं. जगन्नाथ (Lord Jagannath) शब्द का अर्थ स्वयं उस व्यक्ति से है जो ब्रह्मांड का स्वामी है. ओडिशा के पुरी की रथयात्रा बहुत ही प्रसिद्ध है जो इस बार 1 जुलाई को निकाली जाएगी. यह प्रसिद्ध जगन्नाथ रथयात्रा (Jagannath Rath Yatra 2022) 1960 के दशक के अंत से निकाली जाती है. हो सकता है कि आपके शहर या गांव में भी यह निकाली जाती हो और आप इसका आनंद लेते हों. न केवल हिंदू बल्कि बौद्ध भी रथयात्रा में भाग लेकर इस त्योहार को मनाते हैं.
जगन्नाथ रथ यात्रा (Jagannath Rath Yatra 2022) का इतिहास आप भी जान लें
जगन्नाथ रथ यात्रा की शुरुआत से जुड़ी कुछ पौराणिक कहानियां हैं जो लोगों की सामाजिक-धार्मिक मान्यताओं को दर्शाने का काम करतीं हैं. एक कहानी ऐसी है कि कृष्ण के मामा कंस कृष्ण और उनके बड़े भाई बलराम को मारने को आतुर थे. आपनी इस इच्छा को पूरी करने के लिए कंस ने अक्रूर को अपने रथ के साथ गोकुल भेजने का काम किया. पूछने पर, भगवान कृष्ण बलराम के साथ रथ पर बैठ गये और मथुरा के लिए रवाना हुए. भक्त कृष्ण और बलराम के मथुरा जाने के इसी दिन को रथ यात्रा के रूप में मनाते हैं. जबकि द्वारका में भक्त उस दिन का जश्न मनाते हैं जब भगवान कृष्ण, बलराम के साथ, उनकी बहन सुभद्रा को रथ में शहर की शान और वैभव दिखाने के लिए ले गये थे.
Jagannath Rath Yatra 2022:जगन्नाथ रथ यात्रा का महत्व
जगन्नाथ शब्द की बात करें तो यह दो शब्दों से बना है पहला जग जिसका अर्थ है ब्रह्मांड और नाथ का अर्थ है भगवान जो ‘ब्रह्मांड के भगवान’ हैं. रथ यात्रा हर साल भक्तों द्वारा भव्य रूप से निकाली जाती है. यदि आपने देखा हो तो अलग-अलग तीन रथों पर सवार भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा को पुरी की सड़कों से गुंडिचा मंदिर तक भक्त खींचकर ले जाते हैं. मान्यताओं की बात करें तो जुलूस के दौरान अपने भगवान के रथों को खींचना भगवान की शुद्ध भक्ति में संलग्न होने का एक तरीका है. यह उन पापों को भी नष्ट कर देता है जो जाने या अनजाने में किसी के द्वारा किये गये हैं. जगन्नाथ रथ यात्रा गुंडिचा यात्रा, रथ महोत्सव, दशावतार और नवदीना यात्रा के रूप में भी प्रसिद्ध है.
Jagannath Rath Yatra 2022 की तिथि और समय जान लें
-जगन्नाथ रथ यात्रा शुक्रवार यानी 1 जुलाई 2022 को निकाली जाएगी.
-द्वितीया तिथि शुरू: 30 जून, 2022 सुबह 10:49 बजे से
द्वितीया तिथि समाप्त: जुलाई 01, 2022 01:09 तक
(डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. lokjanya.com इनकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह ले लें.)