Udaipur मर्डर के आतंकी कनेक्शन की NIA करेगी जांच, वीडियो वायरल होने के बाद गुस्से में लोग
राजस्थान में उदयपुर के धानमंडी थानाक्षेत्र में सोमवार को दो लोगों ने एक दर्जी की कथित रूप से गला काटकर हत्या कर दी जिसके बाद पूरे देश में आक्रोश का माहौल है. सभी उक्त दोनों हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं. हत्या के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट कर कहा इन्होंने कहा कि उन्होंने ‘‘इस्लाम के अपमान” का बदला लेने के लिए ऐसा किया. घटना के बाद रात आठ बजे उदयपुर के सात थाना क्षेत्रों में अगले आदेश तक कर्फ्यू लगा दिया गया है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है.
सरकारी बयान में मुख्य सचिव ने कानून-व्यवस्था बनाये रखने की दृष्टि से पूरे राजस्थान में आगामी 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद किये जाने, सभी जिलों में आगामी एक माह तक धारा 144 लागू करने, पुलिस एवं प्रशासन के सभी अधिकारियों के अवकाश निरस्त करने, शांति समिति की बैठक आयोजित करने और उदयपुर जिले में आवश्यकतानुसार कर्फ्यू लगाए जाने के निर्देश दिए हैं.
इधर केंद्र उदयपुर में मंगलवार को की गई एक दर्जी की नृशंस हत्या को आतंकवादी हमला मान रहा है और एक जांच दल भेजा गया है जिसमें आतंकवाद रोधी एजेंसी एनआईए के अधिकारी शामिल हैं क्योंकि प्रारंभिक जानकारी से यह बात सामने आई है कि हमलावरों के आईएसआईएस से संबंध हो सकते हैं. गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को उदयपुर में दर्जी की हत्या के मामले की जांच अपने हाथ में लेने का निर्देश दिया है.
वीडियो क्लिप में एक कथित हमलावर को यह कहते सुना जा सकता है कि उसने एक आदमी का सर कलम करने का काम किया हैं. उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी धमकी देते हुए कहा कि ‘‘उनका छुरा उन (मोदी) तक भी पहुंचेगा.” हमलावरों ने परोक्ष रूप से नुपुर शर्मा का भी जिक्र किया जिन्हें पैगंबर मोहम्मद पर एक टिप्पणी के मामले में भाजपा से निलंबित किया गया था. दिनदहाड़े हत्या को अंजाम देने के आरोपियों ने अपराध स्वीकार करते हुए वीडियो पोस्ट किया और उन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया. उनमें से एक ने खुद की पहचान रियाज अख्तरी के रूप में की. अख्तरी के संबंध पाकिस्तान स्थित दावत-ए-इस्लामी से मिले हैं, जिसकी भारत में भी शाखाएं हैं.
टेलर कन्हैया लाल को सोशल मीडिया पर कुछ टिप्पणियां करने के मामले में स्थानीय पुलिस ने हाल ही में गिरफ्तार किया था. जमानत मिलने के बाद दर्जी ने 15 जून को पुलिस को बताया था कि उन्हें धमकी भरे फोन आ रहे हैं. सोशल मीडिया पर चल रहे वीडियो के अनुसार दोनों आरोपी धानमंडी थाना क्षेत्र स्थित टेलर की दुकान पर दोपहर के समय पहुंचे. इनमें से एक ने अपना नाम रियाज बताया है. उसने अपने आप को एक ग्राहक बताया और टेलर ने उसका नाप लेना शुरू कर दिया. इस दौरान उसने टेलर पर हमला कर दिया, वहीं दूसरे आरोपी ने मोबाइल फोन से घटना का वीडियो बनाया.
वीडियो के अनुसार, जब टेलर नाप लेकर लिख रहा था उस दौरान रियाज ने अचानक धारदार हथियार से उस पर हमला कर दिया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. घटना के बाद दोनों आरोपी मौके से फरार हो गए तथा बाद में एक और वीडियो में उन्होंने अपराध करने की पुष्टि की. घटना के सामने आने के बाद इसके विरोध में स्थानीय बाजारों में दुकानें बंद कर दी गयीं.
घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि यह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की ‘‘तुष्टीकरण की राजनीति” का परिणाम है. वीडियो में देखे गए लोगों ने 17 जून को दर्जी को धमकी दी थी. उन्होंने दावा किया कि पीड़ित ने सुरक्षा की मांग की थी लेकिन पुलिस ने नहीं दी.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि धर्म के नाम पर बर्बरता बर्दाश्त नहीं की जा सकती और आतंक फैलाने वालों को सख्त सजा मिलनी चाहिए. उन्होंने ट्वीट किया कि उदयपुर में हुई जघन्य हत्या से मैं बेहद स्तब्ध हूं. धर्म के नाम पर बर्बरता बर्दाश्त नहीं की जा सकती.इस कदर हैवानियत से आतंक फैलाने वालों को तुरंत सख़्त सज़ा मिले.