महिला IAS अफसर को मंदिर में हवन करने से रोका, कहा गया- महिलाओं को…
हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले की एक खबर की चर्चा सोशल मीडिया पर खूब हो रही है. दरअसल यहां कुछ लोगों ने मंदिर में हवन यज्ञ करने से एक महिला IAS को रोक दिया जिसकी खबर देखते ही देखते पूरे प्रदेश में और अब देश में फैल गई है.
मामला नवरात्र के अष्टमी का बताया जा रहा है. यहां पर प्रसिद्ध शूलिनी माता मंदिर में अष्टमी के मौके पर लोग हवन कर रहे थे. आईएएस अफसर रितिका जिंदल (IAS Ritika Jindal) इलाके की तहसीलदार हैं और मंदिर का सारा प्रबंध भी वह देखने का काम करतीं हैं. आरोप है कि उन्हें हवन के दौरान कुछ लोगों ने रोक दिया और कहा कि यहां महिला को हवन की मनाही है.
इसके बाद आईएएस रितिका जिंदल ने इसका विरोध का किया और पूजा में भाग लिया. यही नहीं महिला आईएएस अफसर ने उन्हें रोकने वालों को खरी-खोटी भी सुना दी. रोष प्रकट करते हुए रीतिका जिंदल ने कहा कि हम महिला सम्मान की बात तो करते है, लेकिन उन्हें उनके अधिकार देने से डरते हैं.
क्या बोलीं रितिका : मामले के बाद आईएएस रितिका जिंदल ने कहा कि सभी महिलाओं को इस मानसिकता को बदलने की जरूरत है. इसे वे तभी बदल सकती हैं, जब वह इस रूढ़िवादी सोच के विरोध में आवाज बुलंद करेंगी. उन्होंने कहा कि उन्हें हवन में बैठने से मना किया गया…ये सुनकर उन्होंने अपने अधिकारों के बारे में उन्हें सचेत करवाया और हवन में भी किया. रितिका ने कहा कि मैं एक अधिकारी तो हूं लेकिन वो बाद में…मैं एक महिला पहले हूं और महिला होने के नाते ही इसका विरोध किया.
कौन हैं रितिका जिंदल : रितिका जिंदल पंजाब के मोगा जिले की रहने वाली हैं. उनका जन्म साल 1986 में हुआ. साल 2018 में उन्होंने यूपीएससी में 88वां रैंक प्राप्त किया था. मौजूदा समय में वह सोलन में तहसीलदार के पद पर तैनात हैं.