Friday, November 15, 2024
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संतुलित आहार का विकल्प नहीं विटामिन की गोलियां, जान लें ये खास बात

कोरोना काल में लोगों ने धड़ल्ले से विटामिन सी, जिंक और विटामिन ई सप्लीमेंट्स का इस्तेमाल किया. विशेषज्ञों के मुताबिक, सिर्फ वायरस से मुकाबले व इम्युनिटी बढ़ाने के नाम पर लंबे समय तक विटामिन सी की गोलियां खाने से किडनी में पथरी की समस्या उभर सकती है. वहीं, जिंक की अधिक खुराक से पेट, लिवर और किडनी से जुड़ी बीमारियां पनपने, जबकि विटामिन ई की अधिकता से खून पतला होने व दिल का दौरा पड़ने की आशंका बढ़ जाती है.

विभिन्न विटामिन व मिनरल सप्लीमेंट्स कभी भी संतुलित आहार की जगह नहीं ले सकते हैं. वैसे भी इम्युनिटी बाजार में नहीं मिलती. यदि आपको यह लगता है कि प्रतिदिन के भोजन से पर्याप्त पोषक तत्व नहीं मिल रहे हैं, तो अपने आहार में बदलाव करें. सप्लीमेंट्स की तुलना में फल, सब्जियां और साबुत अनाज से मिलने वाले पोषक तत्व अधिक फायदेमंद होते हैं. साबुत अनाज में माइक्रोन्यूट्रिएट्स होता है. कई साबुत अनाज में फाइबर की भी प्रचुरता होती है.

विटामिन की कमी से समस्याएं
अगर विटामिन और मिनरल्स की हमारी जरूरत पूरी न हो, तो हम बीमार पड़ सकते हैं. जैसे कि विटामिन ए की कमी से आंखों की रोशनी कम होती है, तो विटामिन बी1 की कमी से बेरी-बेरी, मसूड़ों से खून आना विटामिन सी की कमी से हो सकती है. विटामिन डी से रिकेट्स यानी हड्डियों की समस्या होती है. विटामिन बी7 की कमी से स्किन और बालों की समस्याएं होती हैं. अमेरिका में चलन है कि आटे को भी विटामिन्स और मिनरल्स डालकर फोर्टिफाइ किया जाता है, लेकिन अपने देश में अभी यह ज्यादा चलन में नहीं है. ऐसे में बेहतर तो यह है कि आप बैलेंस्ड डायट लेने की कोशिश करें, ताकि शरीर को जरूरी विटामिन व मिनरल्स मिल सकें. अगर ऐसा कर पाना संभव न हो तभी आप सप्लीमेंट्स लेने के बारे में सोचें.

सप्लीमेंट लेने से पहले लें सलाह
अक्सर लोग विज्ञापन या वेबसाइट पर मौजूद जानकारी को पढ़ कर मल्टीविटामिन्स का सेवन करने लगते हैं. ऐसा करना आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है. इनका सेवन करने से पहले आपको यह जान लेना चाहिए कि आपकी शरीर को इन सप्लीमेंट्स की आवश्यकता है या नहीं. मल्टीविटामिन या किसी भी प्रकार के डायट्री सप्लीमेंट्स का सेवन करने से पहले चिकित्सक की सलाह जरूर लें. अगर आप पहले से किसी बीमारी से पीड़ित हैं और आप इस दौरान दवाओं का सेवन कर रहे हैं, तो ऐसी स्थिति में भी मल्टीविटामिन के सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए. उदाहरण के लिए जब आप ब्लड थिनर यानी खून को पतला करने वाली दवा का सेवन कर रहे होते हैं, तो ऐसे में आपको ‘विटामिन के’ की गोलियों का सेवन नहीं करना चाहिए.

हो सकती है विटामिन टॉक्सिसिटी
जो विटामिन फैट यानी वसा के जरिये हमारे शरीर में घुलते हैं. आमतौर पर उनकी हमारे शरीर को कम मात्रा में आवश्यकता होती है. ऐसे में उन विटामिन की अतिरिक्त मात्रा शरीर में वसा के साथ जमा होते हैं और वसा में घुलनशील विटामिन के अत्यधिक सेवन से विटामिन टॉक्सिसिटी भी हो सकती है. विटामिन ए, विटामिन डी, विटामिन ई आदि वसा में घुलनशील विटामिन हैं.