Call Drop : देश में चल रही है 5जी की तैयारी लेकिन कॉल ड्रॉप से परेशान हैं लोग
भारत में 5जी सर्विसेज लॉन्च (5G services launch) की तैयारी जोरों पर चल रही है लेकिन आधे से अधिक लोग कॉल ड्रॉप (call drop) की समस्या से परेशान हैं. इस बाबत एक सर्वे किया गया जिसके मुताबिक देश में करीब 56 प्रतिशत लोग ‘कॉल ड्रॉप’ और कॉल नेटवर्क से जूझ रहे हैं. जानते हैं सर्वे की खास बातें…
देश में 56% लोग ‘कॉल ड्रॉप’ से परेशान : देश में 56 प्रतिशत लोगों के लिए ‘कॉल ड्रॉप’ एक गंभीर परेशानी है. ऑनलाइन मंच लोकलसर्किल की सोमवार को जारी रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है.
-339 जिलों में हुआ कॉल की गुणवत्ता को लेकर सर्वे
-82% लोग नेटवर्क समस्या से बचने के लिए वाईफाई कॉल करते हैं
-37% लोगों ने कहा कि 20 से 50 प्रतिशत कॉल में आयी परेशानी
-91% ने कहा कि वे कॉल नेटवर्क और ड्रॉप कॉल से परेशान हैं
-56% लोगों का कहना था कि यह गंभीर समस्या है
-31,000 से अधिक लोगों की प्रतिक्रिया पर आधारित यह सर्वे
-क्या है कॉल ड्रॉप
मोबाइल से कॉल करने पर फोन रिसिव होने के बाद भी आवाज नहीं आती है. लोग हैलो-हैलो करते रहते हैं. फोन काट कर फिर मिलाना पड़ता है. इसके अलावा फोन पर बात करते-करते कॉल कट जाती है. इस परेशानी को कॉल ड्रॉप कहते हैं.
-देश में दो लाख मोबाइल टॉवरों की कमी
टावर लगाने वाली कंपनियों के संगठन टाइपा के प्रमुख उमंग दास ने बताया कि देश में 6.25 लाख टावरों की जरूरत है. अभी मात्र 4.25 लाख टॉवर काम कर रहे हैं. दो लाख टॉवरों की संख्या कम है.
-एक दिन में जेब पर इतना भार
व्यक्ति बात करता है : 10 मिनट
कम से कम कॉल ड्रॉप संख्या : 01
न्यूनतम भुगतान : “10 पैसा
कंपनियों का मुनाफा: 3000 करोड़
-10,000 करोड़ की जरूरत
प्रति टावर पांच लाख का भी खर्च आये, तो दो लाख टॉवरों के निर्माण पर टेलीकॉम कंपनियों को 10,000 करोड़ के तुरंत निवेश की जरूरत है.
-भारत में मोबाइल यूजर्स की संख्या
94 करोड़ मोबाइल यूजर्स
03 करोड़ टेलीफोन यूजर्स