आंखों में सूखापन की समस्या को दूर करने के लिए अपनाएं ये तरीके
हाल ही में चाइनीज यूनिवर्सिटी ऑफ हॉन्गकॉन्ग के वैज्ञानिकों ने एक रिसर्च में दावा किया है कि कोरोना से जूझ चुके 20% लोगों की आंखें सूख रही हैं. अनुसंधानकर्ताओं ने कोरोना से ठीक हुए 228 मरीजों की जांच एक से तीन महीने के बीच की. इन मरीजों के हेल्थ रिकॉर्ड्स की तुलना 109 स्वस्थ लोगों से की गयी. इसमें पाया गया कि कोरोना की चपेट में आने वाले हर पांच में से एक इंसान को ड्राइ आइज की बीमारी के लक्षण मिले हैं. साथ ही उन्हें धुंधलापन, आंखों का गड़ना, लाइट से सेंसिटिविटी और आंखों में सूजन की शिकायत देखी गयी है. ऐसे में इन उपायों को अपनाकर आप आंखों में सूखापन को दूर कर सकते हैं.
हवा से बचें : गर्मी में एसी और पंखे की हवा के कारण आंखों का पानी जल्दी सूख सकता है. इस स्थिति में ऐसे चश्मे का इस्तेमाल करें, जो आंखों को पूरी तरह से कवर कर सके. घर पर ड्रायर, एसी या पंखे का आंखों के बिल्कुल नजदीक इस्तेमाल न करें.
धूम्रपान से बचें : सेहत के लिए धूम्रपान हर तरह से नुकसानदायक है. अगर आपको ड्राइ आइज की समस्या है, तो आपको सिगरेट से बिल्कुल दूरी बना लेनी चाहिए. सिगरेट पीने से आंखों में सूखापन के लक्षण बढ़ सकते हैं. साथ ही धूम्रपान करने वाले लोग ड्राइ आइज की चपेट में आसानी से आ सकते हैं.
गर्म सिकाई : आंखों के आंसू तेल, पानी और म्यूकस के बने होते हैं. आंखों में नमी और स्वस्थ रहने के लिए इन तीनों चीजों की जरूरत होती है. ड्राइ आइज में तेल बनाने वाली ग्रंथियां अवरूद्ध हो सकती हैं. इसके लिए एक साफ कपड़े को गर्म पानी में भिगोकर आंखों पर एक मिनट तक लगाएं.
ठंडा पानी : ठंडा पानी भी आंखों को बहुत आराम देता है. अगर ऑफिस में कंप्यूटर पर काम करते समय आइ ड्राइज की वजह से आपकी आंखों में दर्द हो रहा है, तो आंखों में ठंडे पानी की छींटे मारें. इसकी जगह आप बर्फ से भी आंखों की सिकाई कर सकते हैं.
आंखों की मालिश : पहले तो आंखों को खोलकर पानी की छींटे मारें और फिर बेबी शैंपू से आंखों को बंद करके उंगलियों से हल्की मसाज करें. ध्यान रहे बेबी शैंपू आंखों के अंदर न जाए. इससे सूजन को काफी हद तक कम किया जा सकता है.