Durga Puja Pandal : कोलकाता के पंडालों में मिलेगी प्रकृति व आजादी की झलक
कोलकाता इन दिनों दुर्गा पूजा के जश्न के माहौल में पूरी तरह से डूबने के लिए तैयार है. आयोजक हों या मूर्तिकार, सभी की तैयारियां जोरों पर हैं. बताया जा रहा है कि कोलकाता में इस साल दुर्गा पूजा के दौरान धरती मां और सांप्रदायिक सौहार्द पर आधारित पंडाल पूरे कोलकाता की सड़कों पर सजाये जायेंगे. उत्तरी कोलकाता में काशी बोस लेन पूजा समिति द्वारा आयोजित पूजा के पंडाल और उसके अंदरूनी हिस्से ‘माटी’ (पृथ्वी) पर आधारित होंगे. समिति के महासचिव सोमेन दत्ता ने बताया कि धरती मां हमारे अस्तित्व में अंतर्निहित है और यह वही स्थान है, जहां हम मृत्यु के बाद लौटते हैं. यह सृष्टि का भी प्रतीक है क्योंकि पृथ्वी पर पेड़-पौधे उगते हैं.
महानगर के बल्लीगंज इलाके में बड़े टिकट पूजा में से एक समाज सेबी संघ में 1946 में पहली बार की गयी सामुदायिक पूजा की झलक को दर्शाने की तैयारियां चल रही हैं. पूजा समिति के सचिव अरिजीत मैत्रा ने बताया कि पंडाल की सजावट ‘सांप्रदायिक सद्भाव और सौहार्द’ पर आधारित होगी, क्योंकि 1946 में उत्सव के दौरान शहर भर में सांप्रदायिक झड़पें चल रही थीं.
उत्तरी कोलकाता में भीड़-खींचने वाली कॉलेज स्क्वायर पूजा समिति उत्तर प्रदेश के वृंदावन में राधा कृष्ण मंदिर जैसा एक बड़ा पंडाल बनाने की योजना पर काम कर रही है, जो महामारी से पहले की तरह लाखों आगंतुकों के लिए सुलभ होगा. पंडाल के सामने एक विशाल झील पर रोशनी द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को उजागर किया जायेगा.
कबीरराज बागान सार्वजनिक दुर्गोत्सव ने इस वर्ष ‘गायक केके के कॉन्सर्ट’ को पूजा की थीम बनायी है. पंडाल में गायक केके की एक मूर्ति भी लगायी जायेगी. केके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करने के लिए केके के परिवार के सदस्यों को भी इस पूजा में आमंत्रित किया जायेगा. आयोजक केके के लाइव कॉन्सर्ट की पूरी थीम पूजा मंडप में उतारने की कोशिश करेंगे.
पंडाल बना कर भेजा जा रहा कैलिफोर्निया
पहली बार कोलकाता में डिजाइन की गयी पूजा पंडाल विदेश भेजी जा रही है. कैलिफोर्निया बे एरिया प्रबासी ने इसका ऑर्डर दिया है. मध्य सितंबर तक पंडाल कैलिफोर्निया पहुंच जायेगा और वहां इसका सिर्फ इंस्टॉलेशन होगा. पंडाल के लिए मूर्ति पहले ही भेजी जा चुकी है. पंडाल की थीम ‘विश्वरूप संहिता’ रखी गयी है.