Red Light Area सोनागाछी में जश्न क्यों मना रहे हैं यौनकर्मी, जानें वजह
एशिया में वेश्यावृति धंधे से जुड़े सबसे बड़े जिलों में एक कोलकाता के सोनागाछी में जश्न क्यों मनाया जा रहा है ? यदि आप नहीं जानते तो आइए आपको हम बताते हैं इसके पीछे की वजह…दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने ऐसा फैसला सुनाया है जिसके बाद यौन कमियों ने राहत की सांस ली है. सोनागाछी में गलियां एवं सड़कें शुक्रवार को संगीत और जश्न में डूबी नजर दिखी. यहां यौन कमियों ने शीर्ष कोर्ट के उस फैसले पर खुशियां मनायी जिसने वेश्यावृति को पेशे के रूप में मान्यता देने का काम किया गया है.
शुक्रवार को यौनकर्मियों ने एक दूसरे के चेहरे पर अबीर-गुलाल लगाया और उन्होंने आपस में मिठाइयां बांटी. उन्होंने अदालती आदेश को ‘गरिमामय जीवन की दिशा में उठाया गया एक कदम ” बताया है. यौनकर्मियों के कल्याण का काम देखने वाले गैर सरकारी संगठन दरबार महिला समन्वय समिति की अधिकारी महाश्वेता मुखर्जी ने कहा है कि संगठन इसके लिए 27 साल से प्रयास कर रहा था. मुखर्जी ने कहा कि लेकिन कोर्ट अब भी वेश्यालयों को अवैध मानती है.
आपको बता दें कि शीर्ष कोर्ट का फैसला कई महिलाओं के लिए राहत लाएगा जिन्हें वेश्यावृति का बतौर पेशा चुनने पर नियमित रूप से उत्पीड़ित किया जाता है. ऐसी खबरें आतीं रहतीं हैं कि वेश्यावृति करने वालों को ही नहीं, बल्कि ग्राहकों को भी , जब वे सोनागाछी से बाहर जाते हैं तब, पुलिसकर्मी परेशान करते हैं. अब उम्मीद किया जा रहा है कि यह फैसला वेश्यावृति करने वालों के लिए गरिमामय जीवन की ओर एक कदम होगा.
शीर्ष कोर्ट ने कहा कि मानवीय शालीनता एवं गरिमा यौनकर्मियों एवं उनके बच्चों का भी हक है. सुप्रीम कोर्ट ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पुलिस बलों को यौनकर्मियों और उनके बच्चों के साथ सम्मान के साथ व्यवहार करने और मौखिक या शारीरिक रूप से दुर्व्यवहार नहीं करने का निर्देश दिया है.