क्या बदलेगा राजस्थान का मुख्यमंत्री ? गहलोत-पायलट के बीच शह-मात का खेल जारी
विधानसभा चुनाव के पहले राजस्थान में कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है. दरअसल कांग्रेस में वर्चस्व की लड़ाई सूबे में चल रही है. यहां सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच शह-मात का खेल जारी है. कांग्रेस आलाकमान के सख्त निर्देश के बाद बयानबाजी भले ही बंद हो चुकी है लेकिन खींचतान कम होती नजर नहीं आ रही है. गहलोत-पायलट खेमों के बीच शह-मात का खेल अभी भी राजस्थान की राजनीति में जारी है.
कांग्रेस सूत्रों के हवाले से मीडिया में खबर चल रही है कि 21 मई को प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अजय माकन जयपुर पहुंच सकते हैं. इस दौरान माकन दोनों नेताओं से मिलकर सियासी खींचतान का कोई हल निकाल सकते हैं. माकन प्रदेश के मुख्यमंत्री गहलोत और पायलट से मिलकर माहौल को सहज बनाने का प्रयास करेंगे. अब देखना है कि माकन अपने काम में कितने कामयाब हो पाते हैं.
आखिर महाराष्ट्र के दौरे पर क्यों गये गहलोत
इन सबके बीच चर्चा कर दें कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मुंबई दौरा समाप्त कर राजधानी जयपुर लौट आए है. सीएम गहलोत के एक सप्ताह में दो बार मुंबई दौरे से लोग आश्चर्य में हैं. सबके मन में एक ही सवाल उठ रहा है कि आखिर सीएम गहलोत अचानक बार-बार मुंबई क्यों जा रहे हैं? भाजपा आरोप लगा रही है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कुर्सी खतरे में है. यही वजह है कि मुंबई में जाकर सियासी मैनेज करने में वे लगे हुए है.
अजमेर की वो घटना
यदि आपको याद हो तो पिछले महीने अजमेर में गहलोत- पायलट समर्थक आमने-सामने आ गये थे. आजादी की गौरव यात्रा का अजमेर में भव्य स्वागत कार्यक्रम के सफल आयोजन की तैयारी को लेकर प्रभारी मंत्री महेंद्र जीत सिंह मालवीया की बैठक में गहलोत-पायलट गुट की खींचतान किसी से छिपी नहीं है. पायलट समर्थकों ने अजमेर में गौरव यात्रा के दौरान सचिन पायलट को बुलाए जाने का प्रस्ताव रखा जिसके जवाब में गहलोत समर्थकों ने भी सीएम अशोक गहलोत को बुलाए जाने का प्रस्ताव रख दिया.
राजस्थान में कब है विधानसभा चुनाव
यहां चर्चा कर दें कि राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के अंत तक होने वाले हैं. कांग्रेस आलाकमान पूरा ध्यान राजस्थान पर लगा रही है. सचिन पायलट ने कुछ दिन पहले ही नई दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात की थी. पायलट से मुलाकात के एक दिन पहले ही सीएम गहलोत सोनिया गांधी से मिले थे. पायलट ने कांग्रेस आलाकमान से मुलाकात के बाद दिल्ली में प्रेस वार्ता की और कहा कि राजस्थान कांग्रेस के हालात पर सोनिया गांधी को अवगत कराया गया है. कांग्रेस 2023 के चुनावों में एक बार फिर जीत का परचम लहराएगी.