अकूत दौलत ऋषि सुनक के ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने की राह में रोड़ा
यदि आप सोशल मीडिया यूज करते हैं तो एक नाम आपके कानों तक जरूर पहुंचा हो. जी हां…वो नाम है ऋषि सुनक…दरअसल भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने की रेस में हैं. लेकिन, ब्रिटेन के राजनीतिक मामलों के जानकार प्रोफेसर मैट गुडविन की मानें तो उनका प्रधानमंत्री बनना इतना आसान नहीं है. इसका कारण उन्होंने सुनक की अकूत संपत्ति को बताया है, जो उन्हें महारानी एलिजाबेथ से दोगुना अमीर बनाती है.
बता दें कि कंजर्वेटिव पार्टी के नेता के तौर पर होने वाली वोटिंग का अंतिम राउंड बचा है, जिसमें प्रधानमंत्री चुना जायेगा. ऋषि सुनक, भारतीय टेक कंपनी इंफोसिस के को-फाउंडर नारायणमूर्ति के दामाद हैं. गुडविन ने कहा है कि ऋषि की अमीरी उन्हें प्रधानमंत्री ऑफिस से दूर रख सकती है. प्रोफेसर मैट ने कहा कि ऋषि की व्यक्तिगत संपत्ति चुनाव में एक बड़ा मुद्दा बनेगी. ऐसा इसलिए क्योंकि एक तरफ जहां ऋषि इतने अमीर हैं, तो वहीं देश की आम जनता कॉस्ट ऑफ लिविंग के संकट से जूझ रही है.
शो में बातचीत के एंकर डैन वॉटन ने दावा किया कि ऋषि सुनक अपनी पार्टी के लिए भी एक बड़ा रिस्क हैं. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि वह पार्टी के लिए एक बड़ा जोखिम हैं. बता दें कि वित्त मंत्री रहने के दौरान ब्रिटेन की आर्थिक स्थिति को संभाल न पाने को लेकर ऋषि सुनक की आलोचना भी हो रही है. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने की रेस में सुनक और लिज ट्रूस के बीच कड़ी टक्कर है. ताजा आंकड़ों के मुताबिक ट्रूस आगे चल रही हैं. सुनक और ट्रस में से कोई एक बोरिस जॉनसन की जगह सत्ता को संभालेगा. आने वाले छह हफ्तों में कोई एक उम्मीदवार 10 डाउनिंग स्ट्रीट (प्रधानमंत्री आवास) में पहुंचेगा.
अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव की तर्ज पर होगा पीएम का निर्वाचन
प्रधानमंत्री पद के दोनों उम्मीदवारों-ऋषि सुनक और लिज ट्रूस के बीच बीबीसी पर लाइव टेलीविजन डिबेट होगी. इसमें विभिन्न मुद्दों पर दोनों नेता अपनी-अपनी बात कहेंगे. ब्रिटेन के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा. यह अमेरिका के राष्ट्रपति के चुनाव की तर्ज पर होगा. ब्रिटेन में प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी में सबसे आगे चल रहे भारतीय मूल के सुनक ने रविवार को अप्रवासन के संवेदनशील मसले की चर्चा की थी.
सुनक बोले – चीन दुनिया के लिए बड़ा खतरा
सुनक ने कहा- बिल्कुल साफ हो चुका है कि चीन हमारे देश और दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा है. अगर मैं प्रधानमंत्री बनता हूं, तो पहले दिन से चीन के खिलाफ सख्त कदम उठाये जायेंगे.