क्या कर रहे थे सौरव गांगुली जब उन्हें आया हार्ट अटैक जानें…
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष और पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली को ‘हल्का’ दिल का दौरा पड़ा जिसके बाद शहर के अस्पताल में उनकी ‘प्रारंभिक एंजियोप्लास्टी’ की गई. प्राप्त जानकारी के अनुसार 48 साल के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर की हालत अभी स्थिर है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार वुडलैंड्स अस्पताल के डॉक्टर ने कहा है कि उन्हें एक्यूट मायोकार्डियल इनफारक्शन (एमआई) है लेकिन उनकी हालत स्थिर है. उन्हें दोहरी एंटी प्लेटलेट्स और स्टेटिन देने का काम किया गया है. गांगुली की अब प्रारंभिक एंजियोप्लास्टी हो रही है. हमने अब तक फैसला नहीं किया है कि गांगुली को कितने स्टेंट लगाने की आवश्यकता है.
क्या होता है मायोकार्डियल इनफारक्शन : मायोकार्डियल इनफारक्शन (एमआई) के बारे में आइए जानते हैं. दरअसल इसे सामान्य भाषा में दिल का दौरा कहा जाता है जब दिल के किसी हिस्से में रक्त प्रवाह कम हो जाता है या रुक जाता है. इससे दिल की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचने लगता है. प्रारंभिक एंजियोप्लास्टी में धमनियों में आए अवरोध का उपचार किया जाता है जिससे ही हृदय की ओर जाने वाले रक्त के प्रवाह में सुधार किया जाता है.
क्या कर रहे थे गांगुली : बताया जा रहा है कि गांगुली ने अपने घर में बने जिम में ट्रेडमिल पर वर्कआउट करते हुए सीने में असहजता महसूस की जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. डॉक्टरों की मानें तो गांगुली के परिवार में ‘इसकैमिक हार्ट डिजीज’ अमूमन देखा गया है. इस बीमारी की बात करें तो इसमें सीने में दर्द या असहजता पैदा होती है जो हृदय के किसी हिस्से में पर्याप्त रक्त नहीं मिलने के कारण होता है. ऐसा अधिकतर उत्साह या उत्तेजना के दौरान पैदा हो जाता है जब हृदय के रक्त के अधिक प्रवाह की आवश्यकता होती है.