Desi nuskhe: सर्दी और जुकाम का रामबाण इलाज आपके किचन में है मौजूद
मौसम बदल रहा है जिसका असर लोगों के स्वास्थ्य पर नजर आ रहा है. सर्दियां आते ही सर्दी, खांसी जुकाम, फ्लू की समस्या लोगों को सताने लगती है. इस बीच कोरोना संक्रमण के कारण लोग पहले से डरे हुए हैं और उन्हें डर सताने लगता है कि कहीं उन्हें कोविड ने तो नहीं घेर लिया. इन दिनों जरा सा खांसी-जुकाम हो जाए, तो मन में कोरोना के लक्षणों का डर समा जाता है. वैसे इस सामान्य स्थिति से बचने के लिए लोग हर मुमकिन उपाय और न जाने क्या-क्या तरीके अपनाने में लगे हुए हैं.
इस बीच क्या आप जानते हैं कि तुलसी के पत्ते, हल्दी और काली मिर्च खाने से सर्दी में होने वाली ज्यादातर बीमारियां नेचुरल तरीके से दूर हो जाती है. यही नहीं , बल्कि ये तीनों चीजें आपको ठंड के दिनों में गर्म और स्वस्थ भी रखने का काम करतीं हैं. आयुर्वेद की मानें तो, मसाले और जड़ी-बूटियां का उपयोग खाने में स्वाद बढ़ाने के अलावा आयुर्वेदिक चिकित्सा में घरेलू उपचारों के लिए भी लोग करते हैं.
खासतौर से ये ऐसे घरेलू नुस्खे है, जो खांसी -जुकाम की शुरूआत होते ही 3-4 दिन में इससे राहत दिलाने का काम करते है. डॉक्टर भी सर्दियों में इनका सेवन करने की सलाह देते हैं. डॉक्टर्स के अनुसार, तो सर्दियां वह समय है, जब शरीर को हड्डियों की ठंडक, बुखार, सर्दी, खांसी, सिरदर्द, शरीर में दर्द और खराब पाचन जैसी स्वास्थ्य समस्याओं से निपटने के लिए पर्याप्त ऊर्जा की आवश्कता शरीर में होती है. ऐसे में तुलसी, हल्दी और काली मिर्च ये सभी मसाले और जड़ी-बूटियां एंटी वायरल, एंटी इंफ्लेमेट्री और एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर हैं, जो न केवल दर्द को ठीक करने में कारगर है, बल्कि पाचन की प्रक्रिया को भी तेज करने का काम करता है.
विशेषज्ञों की मानें, तो ये एंटीऑक्सीडेंट और पोषक तत्वों की उपस्थिति मौसमी बीमारियों से लड़ने की ताकत शरीर को प्रदान करता है.
नोट: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए आपके समक्ष रखी गई है. ये किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता. हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करके ही अपने शरीर को दुरूस्त रखने का काम करें.