पश्चिम बंगाल : 12 को जिंदा जलाया, दहशत में घर छोड़ भाग रहे हैं लोग
पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिला के रामपुरहाट एक ब्लॉक अंतर्गत बदशाल ग्राम पंचायत के अधीन बागटुयी ग्राम निवासी उप प्रधान व तृणमूल कांग्रेस के जुझारू नेता भादू शेख की कथित तौर पर सोमवार देर शाम हत्या के बाद हिंसा हुई. मंगलवार को खबर आई कि बदमाशों गांव के 10-12 घरों में फूंक दिया. दमकलकर्मियों ने बताया कि आगजनी में 12 शव बरामद हुए हैं. एक ही घर से 7 शव बरामद हुए हैं.
इस बीच खबर है कि बीरभूम में हिंसा के बाद स्थानीय लोग अपने घरों को छोड़कर दूसरे स्थान जा रहे हैं. एक महिला ने कहा कि सुरक्षा के मद्देनज़र हम घरों को छोड़कर जा रहे है, जिनकी मृत्यु हुई उनमें से एक मेरा देवर था. पुलिस ने किसी भी तरह की सुरक्षा नहीं दी, सुरक्षा होती तो ये घटना न घटती.
मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नक़वी ने कहा है कि पश्चिम बंगाल की संवैधानिक व्यवस्था को गुडें-मवालियों और देशद्रोही ताकतों ने बंधक बना लिया है. जिस तरह से यह लोग पश्चिम बंगाल में आम लोगों का खून बहा रहे हैं यह साबित है कि वहां की सरकार ऐसे लोगों के सामने असहाय हो चुकी है.
इधर बीरभूम की घटना पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि ये बंगाल है कोई उत्तर प्रदेश नहीं है मैंने तृणमूल के प्रतिनिधिमंडल को हाथरस भेजा था लेकिन हमें वहां घुसने नहीं दिया गया। लेकिन हम किसी को यहां आने से नहीं रोक रहे है. उन्होंने कहा कि गुजरात राजस्थान में इस तरह की और भी घटनाएं हुईं, मैं रामपुरहाट की घटना को सही नहीं ठहरा रही हूं, हम बिना किसी पक्षपात के कार्रवाई करेंगे.
आगे बीरभूम की घटना पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने क कि सरकार हमारी है हम कभी नहीं चाहेंगे कि किसी की मृत्यु हो. रामपुरहाट की घटना दुर्भाग्पूर्ण है, घटना के बाद हमने तुरंत OC, SDPO को बर्ख़ास्त किया. मैं कल रामपुरहाट जाऊंगी.