ICMR के सीरो सर्वे में दावा- मई तक 64 लाख लोग हो चुके थे कोविड-19 से संक्रमित, गांवों में 69.4% लोग हुए संक्रमित
देश में कोरोना संक्रमण के मामले 45 लाख के पार चले गये हैं. इसी बीच एक ऐसी खबर आयी है जो आपको चौंका सकती है. जी हां…मई की शुरुआत में ही 64 लाख लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके थे. यह दावा आइसीएमआर की तरफ से करवाये गये पहले नेशनल सीरो सर्वे के परिणाम के बाद किया जा रहा है.
रिपोर्ट के मुताबिक, मई की शुरुआत तक 0.73% वयस्क यानी 64,68,388 लोगों के कोरोना वायरस के संपर्क में आने के अनुमान लगाये गये हैं. सर्वे 11 मई से चार जून के बीच किया गया, जिसमें लोगों के रक्त के नमूनों की ‘कोविड कवच एलिसा’ किट का इस्तेमाल कर इम्यूनोग्लोबिन-जी एंटीबॉडी की जांच की गयी. इसमें सबसे अधिक 43.3%, 18 से 45 आयुवर्ग में एंटीबॉडी पाया गया. यह सर्वे लॉकडाउन के समय किया गया था. सर्वे के मुताबिक, जिन जिलों में एक भी कोरोना मामला सामने नहीं आये थे, उन जिलों में भी सीरो सर्वे में संक्रमण की बात सामने आयी है. जिन जिलों में कोई केस नहीं थे या कम केस थे, वहां पर मामले इसलिए भी कम सामने आ रहे होंगे क्योंकि टेस्टिंग कम थी या फिर टेस्टिंग लैबोरेट्री तक पहुंच आसान नहीं थी.
क्या है सीरो सर्वे : इस सर्वे के तहत आमतौर पर इस बात का पता लगाया जाता है कि आखिर किसी जिले या शहर में कितने लोग कोरोना से संक्रमित होकर ठीक हो गये हैं. शरीर में मौजूद एंटीबॉडी से इसका पता लगाया जाता है.
ये बात भी जानें
-11 मई से 4 जून के बीच पूरे देश में हुआ सर्वे
-21 राज्यों के 70 जिलों के 700 गांव/वार्ड में किया गया
-18 साल से ऊपर के वयस्क लोगों का लिया गया सैंपल
-28,000 था सर्वे का सैंपल साइज, 25.9% शहरी इलाके से
-04 स्तर पर किया गया था सर्वे, 4 श्रेणी में बांटा गया था जिलों को
इलाकों के हिसाब से इतनी रही पॉजिटिविटी
ग्रामीण 69.4%
शहरी स्लम 15.9%
शहरी नॉन-स्लम 14.6%
18-45 साल के लोगों में ज्यादा संक्रमण
18-45 43.3%
46-60 39.5%
60 से ऊपर 17.2%
कुल सैंपल का 48.5% 18-45 वर्ष की उम्र के लोगों का था.