Coronavirus Vaccine : वैक्सीन के परीक्षण के बाद कोई साइड इफेक्ट हुआ तो क्या होगा ? जानें
देश में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के सक्रिय मामलों की संख्या की तुलना में स्वस्थ हुए लोगों की संख्या 2.93 गुना अधिक है. देश में कोरोना की मृत्यु दर 2 फीसदी से कम है. भारत में संक्रमण के मामले बढ़कर 27 लाख के पार चले गए हैं. इन सबके बीच पिछले दिनों कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने का दावा रूस ने किया है. मॉस्को में भारतीय दूतावास रूस के मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट के संपर्क में है जिसने दुनिया में कोरोना की पहली वैक्सीन रजिस्टर कराने का काम किया है.
इस संबंध में अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस ने एक खबर प्रकाशित की है. अखबार ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि भारतीय मिशन वैक्सीन को लेकर रूस से अलग बातचीत का प्रयास कर रहा है. यह काम मॉस्को में भारतीय दूतावास कर रहा है. भारत इस वैक्सीन के सुरक्षित होने और प्रभावी होने से जुडे डेटा का इंतजार कर रहा है.
खैर अब आइए हम आपको बताते हैं वैक्सीन के परीक्षण के बाद कोई साइड इफेक्ट हुआ तो क्या होगा ? यह सवाल आपके मन में भी जरूर आया होगा. साइड इफेक्ट के संबंध में डॉक्टर रमन आर गंगाखेड़कर (आईसीएमआर) का कहना है कि बिना परीक्षण के परिणाम आए कोई वैक्सीन नहीं आएगी.
उन्होंने आगे कहा कि वैक्सीन के 3 ट्रायल होते हैं जिसमें सफल होने के बाद ही यह दी जाती है. तीसरे ट्रायल में ही वृहद स्तर पर लोगों का पर ट्रायल हो जाता है. उसके बाद इसमें चौथा ट्रायल भी होता है. उसमें जिन लोगों को वैक्सीन दी जाती है. उनकी निगरानी हर वक्त रखी जाती है. क्योंकि व्यक्ति धीरे-धीरे लोगों तक पहुंचती है. इसलिए बड़े छोटे सभी स्तर पर लोगों पर ध्यान दिया जाता है.
आगे वे कहते हैं कि वैक्सीन की समय सीमा होती है. आप कुछ साल बाद कोई साइड इफेक्ट होता है तो उसके बारे में अभी नहीं कर सकते.