Health News, Diabetes : ठंड के मौसम में डायबिटीज के रोगी इन बातों का रखें खास ख्याल
Health News, Diabetes : सर्दियों का मौसम कुछ ही दिनों में प्रवेश करने वाला है. इस दौरान सेहत का ख्याल रखने की आवश्यकता है. खासकर डायबिटीज के मरीजों को… क्या आपके घर में भी डायबिटीज का कोई मरीज है तो यह खबर आप जरूर पढें. डायबिटीज के मरीजों को सर्दियों में कुछ प्रमुख बातों का ख्याल रखना चाहिए. जैसे-
-सर्दियों के दिनों में इंसुलिन के खराब होने का खतरा अधिक होता है. इसलिए इंसुलिन के रख -रखाव पर ध्यान दें और हमेशा इंसुलिन को रूम टेंप्रेचर पर ही इस्तेमाल करें.
-सर्दियों का मौसम आमतौर पर फ्लू के मौसम के रूप में भी जाना जाता है. इस मौसम में ब्लड शूगर का उतार-चढ़ाव ज्यादा होता है. अत: फ्लू का वैक्सीन हमें कठिनाइयों से बचा सकता है. फ्लू के वायरस को फैलने से रोकने के लिए हमें अपने हाथों को साबुन से धोकर साफ रखना चाहिए.
-सर्दियों में आम तौर पर लोग अपना मॉर्निंग वॉक और एक्सरसाइज छोड़ देते हैं. इससे ब्लड शूगर बढ़ सकता है. इसलिए कोशिश करें कि सूरज निकलने के बाद जरूर टहलें.
-सर्दियों में हमारे पांव ठंडे रहते हैं एवं सूख जाते हैं. इसकी वजह से पांव में घाव का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे मौसम में पैरों को गर्म रखने के लिए मोजों का इस्तेमाल करें.
-सर्दियों के दिनों में हमें पानी उचित मात्रा में पीना चाहिए.
-आम तौर पर सर्दियों में हमारा भोजन गरिष्ठ होता है, जिससे कि हमारा शूगर लेवल बढ़ सकता है.
क्या डायबिटीज के कारण भी घुटनों में दर्द हो सकता है?
डायबिटीज शरीर के सभी अंगों को प्रभावित करता है. इसमें हमारी हड्डियां और नसें भी शामिल हैं. नसों की वजह से न्यूरोपैथी नामक बीमारी होती है, जिससे कमर और दोनों पांव में यह हाथों में दर्द एवं लहर महसूस होती है. डायबिटीज में ऑस्टियोपोरोसिस, ऑस्टियो आर्थराइटिस का खतरा अधिक होता है एवं शूगर व वजन नियंत्रित रखने से घुटने की बीमारियों से काफी समय तक बचा जा सकता है.
ग्लाइसेमिक इंडेक्स के बारे में जानें
आपको बता दें कि ग्लाइसेमिक इंडेक्स (Glycemic index) एक अंतर्राष्ट्रीय वैल्यू है जिसे किसी खाद्य पदार्थ के सेवन के बाद ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar) में बढ़ोत्तरी होने पर मापने का काम किया जाता है. आमतौर पर एक इंसान का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 50 से कम होना अनिवार्य है. इसके लिए वैसे आहार को लेने को कहा जाता है जो आपके ग्लाइसेमिक इंडेक्स को शरीर में मेंटेन रखे.
Note : उपरोक्त जानकारियां अंग्रेजी वेबसाइट बीट डायबिटीज में छपी रिपोर्ट के आधार पर है. इसे छोड़ने या अपनाने से पहले इस मामले के जानकार डॉक्टर या डाइटीशियन से जरूर सलाह ले लें.