सिर्फ टिकटॉक से ही हर महीने होती थी करीब 300 करोड़ की कमाई
भारत ने चीन के खिलाफ कड़ा कदम उठाते हुए 59 चाइनीज एप पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी. केंद्र की मोदी सरकार ने यह फैसला ऐसे वक्त पर लिया जब दोनों देशों के बीच तनाव बिल्कुल चरम पर था. इस कदम से देश ने चीन को यह समझा दिया कि भारत किसी भी स्तर पर झुकने वाला नहीं है. चीन को यह भी संदेश दे दिया गया है कि भारत दोस्ती निभाना जानता है, तो अपनी रक्षा करना भी जानता है. साथ ही चीन को यह भी संदेश दिया गया कि लड़ाई के साथ कमाई नहीं हो सकती.
15 जून को भारत-चीन की सीमा पर हुए संघर्ष के बाद चीन को लेकर पूरे देश में गुस्सा था. देश के कई हिस्सों में चीन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए और लोगों ने खुद से ही चीन के प्रोडक्ट्स का बॉयकॉट करना शुरू कर दिया था. इसी बीच गूगल प्ले स्टोर में रिमूव चाइना एप्स आया जिसको इंस्टॉल करने पर चीन के जितने भी ऐप होते हैं, वे अपने आप हट जाते थे. लेकिन चीन के दबाव में गूगल प्ले स्टोर से इस एप को हटा दिया गया. इन सब कदमों से चीन लगातार परेशान होता रहा. इसी बीच भारत में चीन के कई टेंडर भी रद्द कर दिये गये. इसके अलावा भारतीय इंजीनियर सोनम वांगचुक ने भी चीन के खिलाफ आंदोलन छेड़ रखा है. वांगचुक लगातार लोगों से अनुरोध कर रहे हैं कि चीनी सामानों का बहिष्कार करें. उनको भारी तादाद में लोगों का समर्थन भी मिला है.
पहले भी टिकटॉक पर लग चुका है बैन
इससे पहले अप्रैल, 2019 में भी मद्रास हाइकोर्ट ने टिकटॉक के कंटेंट पर आपत्ति जताते हुए भारत में इसपर बैन लगा दिया था. हाल ही में लाखों भारतीय यूजर्स ने एप पर महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा को देखते हुए एप को बैन करने की मांग की थी. राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी टिकटॉक को पूरे देश में बैन करने की मांग की थी.