सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग दिग्गज Intel अगले महीने यानी फरवरी में इंटरनेशनल सॉलिड-स्टेट सर्किट्स कॉन्फ्रेंस (ISSCC) में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) की दुनिया में एक बड़ा ऐलान कर कर सकती है. इस संबंध में gadgets360.com ने खबर दी है. इस इवेंट की बात करें तो इसमें कंपनी एक नई "बोनांजा माइन चिप" पेश करने का प्लान तैयार कर रही है, जो माइनिंग के लिए एक एनर्जी-एफिशिएंट बिटकॉइन ASIC (एप्लिकेशन-स्पेसिफिक इंटिग्रेटेड सर्किट) होगी.

अभी कंपनी की इस आगामी योजना के बारे में बहुत कम जानकारी सामने आ सकी हैं, लेकिन एक डॉकेट के अनुसार, इंटेल ने 23 फरवरी के लिए हाइलाइटेड चिप रिलीज़ कैटेगरी में एक स्लॉट बुक करने का काम किया है. अभी तक ये बसत सामने नहीं आ पाई है कि Intel एक अंतिम प्रोडक्ट पेश करेगी या यह केवल एक प्रोटोटाइप चिप पेश करने का काम करेगी.

जैसा कि Tom's Hardware की एक रिपोर्ट में जानकारी सामने आई है उसके अनुसार, इंटेल काफी वक्त से Bitcoin मार्केट में कदम रखने का प्रयास कर रही है. 2018 में, यूएस पेटेंट एंड ट्रेडमार्क ऑफिस ने कंपनी को SHA-256 एल्गोरिथ्म का उपयोग करने वाली क्रिप्टोकरेंसी को कुशलतापूर्वक माइन करने के लिए पेटेंट दिया था. यदि आपको याद हो तो इंटेल ने अगस्त 2021 में प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज Coinbase में एक छोटी हिस्सेदारी का भी खुलासा करने का काम किया था.

आपको बता दें कि सीपीयू या जीपीयू के विपरीत ASIC एक ऐसा चिप होता है, जिसे किसी खास कार्य के लिए डिज़ाइन किया जाता है. Intel के मामले में, यह बिटकॉइन माइनिंग के लिए उपयोग में लाया जाएगा. इस चीप की बात करें तो ये मात्र एक ही प्रकार के काम पर पूरा फोकस करते हैं. अक्सर ऐसा देखा गया है, ग्राफिक्स कार्ड या जीपीयू को क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग के लिए उपयोग में लाया जाता है. यही वजह है कि कई लोग चल रही GPU की कमी को इथेरियम माइनिंग से जोड़ रहे हैं.

लोगों की सोच है कि जीपीयू का मार्केट से इस तरह गायब होने के पीछे माइनर्स का हाथ है. हालांकि,  Bonanza Mine के नाम वाली यह इंटेल की खास माइनिंग चिप इथेरियम माइनिंग (Ethereum Mining) की समस्या का समाधान नहीं करेगी, ऐसा इसलिए क्योंकि ASIC केवल बिटकॉइन माइनिंग (Bitcoin Mining) के लिए तैयार करने का काम किया जाएगा.