चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) की 12 सत्र तक अगुवाई करने, उसे चार खिताब दिलाने और पांच बार उप विजेता बनाने के बाद दिग्गज धोनी ने शनिवार से शुरू हो रहे इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) से पहले गुरुवार को एक बड़ा फैसला किया. 

उन्होंने इस फ्रेंचाइजी की कप्तानी अपने विश्वसनीय रविंद्र जडेजा को सौंपने का काम किया.

जडेजा ने सीएसके ट्विटर हैंडल पर जारी वीडियो में कहा कि अच्छा लग रहा है लेकिन मुझे बहुत बड़ी जिम्मेदारी निभानी होगी. उन्होंने कहा कि माही भाई ने एक विरासत स्थापित की है और हमें इसे आगे बढ़ाने की जरूरत है.

जडेजा ने कहा कि उम्मीद है कि मैं इसमें सफल रहूंगा. मुझे ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि वह यहां मेरे साथ ही रहेंगे और मुझे जब भी जरूरत पड़ेगी मैं निश्चित रूप से उनके पास जाऊंगा.

विश्व कप विजेता कप्तान धोनी ने चाहे कप्तानी छोड़ने की बात हो या संन्यास लेने की, हमेशा अपने मन की बात सुनी. उन्होंने 2014 में आस्ट्रेलिया में श्रृंखला के बीच में टेस्ट कप्तानी छोड़ने के साथ लंबे प्रारूप से भी संन्यास ले लिया था और जब विराट कोहली सभी प्रारूपों में देश की अगुवाई करने के लिये तैयार हुए तो उन्होंने 2017 में उनके लिये जगह खाली कर दी थी.