एक्ट्रेस मलाइका अरोड़ा ने अपने लेटेस्ट इंटरव्यू में कहा कि महिलाओं को हमेशा उनकी हेमलाइन और नेकलाइन के लिए जज करने का काम किया जाता है.

आगे मलाइका अरोड़ा ने कहा कि ड्रेसिंग इंसान की पर्सनल चॉइस है. लोगों को दूसरों को इस बात का ज्ञान देना बंद कर देना चाहिए  कि उन्हें कैसे कपड़े पहनने हैं और कैसे नहीं.  

इंटरव्यू में मलाइका अरोड़ा ने यह भी कहा कि वह बेवकूफ नहीं हैं. उन्हें पता है कि उनके ऊपर कौन सा ड्रेस अच्छा लगता है. हालांकि जो कपड़े वह पहन रही हैं उनमें वह  उनमें वह सहज हैं, तो दूसरों को भी उन्हें स्वीकारना होगा. 

बॉलीवुड बबल के साथ बातचीत में मलाइका अरोड़ा ने कहा कि एक महिला को हमेशा उनकी ड्रेस की लम्बाई और गले की चौड़ाई के लिए जज किया जाता है. लोग मेरी हेमलाइन और नेकलाइन के लिए क्या कहते हैं मैं उस हिसाब से नहीं जी सकती. 

मलाइका अरोड़ा ने कहा कि ड्रेसिंग एक पर्सनल चॉइस है. आप एक तरह की सोच रख सकते हैं, लेकिन जरूरी नहीं है  कि वही सोच मेरी भी हो. मैं हर किसी को या सबको ये बात नहीं बता सकती. हमारी पर्सनल चॉइस मेरी पर्सनल चॉइस है और ऐसा ही दूसरों के साथ है. 

मलाइका अरोड़ा ने कहा कि मैं किसी को  को जज करने नहीं बैठ सकती और ना ही कह सकती हूं- ओह तुम इस तरह से तैयार क्यों हुए हो?''