चार मार्च को कलाई का यह जादूगर चला गया. 1992 में वॉर्न ने भारत के खिलाफ डेब्यू किया था. अपने हुनर, अपने मिजाज और अपनी जिंदादिली के कारण हर क्रिकेटप्रेमी के दिल में अपने लिए खास जगह बनाने वाले शेन वॉर्न की कमी क्रिकेट को खूब खलेगी. 

वॉर्न मैदान के अंदर अपने प्रदर्शन की वजह से और मैदान के बाहर विवादों के कारण हमेशा चर्चा में रहे. 1993 में उनकी एक गेंद पर इंग्लैंड के माइक गैटिंग बोल्ड हुए थे. इस गेंद को बॉल ऑफ द सेंचुरी माना गया था.

ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज स्पिनर वॉर्न के बारे में कहा जाता है कि वो बर्फ की पिच पर भी गेंद टर्न करा सकते थे. यह बात उन्होंने कई बार साबित भी की. चार जून 1993 को उन्होंने इंग्लैंड के माइक गैटिंग को लेग ब्रेक पर बोल्ड किया था. ये गेंद 180 डिग्री टर्न हुई थी और इसे ‘बॉल ऑफ द सेंचुरी’ कहा गया.

हार्ट अटैक के पीछे वॉर्न की सिगरेट और शराब की लत को बड़ी वजह माना जा सकता है. वॉर्न एक चेन स्मोकर थे और कई बार उन्हें ग्राउंड पर भी सिगरेट पीते हुए देखा गया था. साथ ही वे ओवर ड्रिंकिंग भी करते थे.

1994 में वॉर्न ने माना था कि उन्होंने अनजाने में एक बुकी को पिच से जुड़ी जानकारियां दी थीं. इस मामले में उनके साथ टीम के ओपनर मार्क वॉ भी शामिल थे. मार्क के बड़े भाई स्टीव वॉ टीम के कप्तान थे. मामला श्रीलंका में खेले गये सिंगर कप से जुड़ा था.

संन्यास के बाद वॉर्न का ज्यादातर वक्त लंदन में बीता. उनकी दो शादियां हुईं, लेकिन रिश्ते ज्यादा नहीं टिके. पहली पत्नी शिमॉन थीं, जबकि उनकी दूसरी पत्नी एलीजाबेथ हर्ले थीं. लंदन की एक ऐसी ही हाइप्रोफाइल पार्टी के बाद वॉर्न ने एक महिला नर्स को अश्लील मैसेज किये थे.